दूरियाँ दिलों की सब, आज अब मिटाना है।
रूठने मनाने का, सिलसिला पुराना है।।
रविवार, 19 नवंबर 2017
रूठने मनाने का सिलसिला पुराना है
रविवार, 12 नवंबर 2017
झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई
अँग्रेजों ने रण में जिससे, इक दिन मुँह की खाई थी।
वह भारत माता की बेटी, रानी लक्ष्मीबाई थी।।
वह भारत माता की बेटी, रानी लक्ष्मीबाई थी।।
बुधवार, 8 नवंबर 2017
रविवार, 5 नवंबर 2017
ख़ुदा होने लगा है
ज़माना फिर न जाने क्यों ख़फ़ा होने लगा है।
मुहब्बत भी निभाना अब स ज़ा होने लगा है।।
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